वाल -विवाह के खिलाफ बेटी का साहसिक कदम

2018-09-01 0

हंसिका बनी मिसाल, पढ़ाई पूरी करने के लिए बिहार की पन्द्रह साल की इस लड़की ने पुलिस की मदद से रुकवाई अपनी शादी...

नौवीं क्लास में पढ़ रही बिहार की पन्द्रह वर्षीय छात्राा हंसिका के माता-पिता ने उसका बाल-विवाह रचाने की कोशिश की तो वह थाने पहुंच गई। पुलिस ने शादी रुकवा दी। हंसिका पढ़ाई पूरी कर पुलिस अपफसर बनना चाहती है। साहस की दाद देते हुए बिहार प्रदेश सरकार उसे तीन अगस्त को ‘बाल-विवाह निषेध्  कानून’ का ब्रांड अंबेसडर घोषित करने जा रही है। मंत्राी के निर्देश पर शिक्षा विभाग उसे सम्मानित करेगा। बाल-विवाह रुकवाने वाली हंसिका घर वालों का कड़ा रुख देखते हुए वह अपने क्षेत्रा के बिहटा थाने पहुंच गई और उसने थाना प्रभारी रंजीत कुमार सिंह को पूरा वाकया बताया। उसने चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि मेरी शादी रोकिए, वरना वह बड़े अध्किारियों से गुहार लगाएगी। उसे किसी भी कीमत पर पढ़ाई कर पुलिस अपफसर बनना है। 

बुजुर्गों की सीख से इन्कार नहीं किया जाना चाहिए, लेकिन कई बार ऐसे भी वाकये सामने आ जाते हैं कि उनके साथ कठोरता से पेश आना ही भविष्य के किसी बेहतर सपने का सबब बनता है। ऐसे में हमें हर बात पर अपने अनुभवों का दम भरते हुए नई पीढ़ी पर गुर्राना नहीं चाहिए, न अपने अध्किारों का गलत इस्तेमाल करना चाहिए। बिहार में ऐसा ही कर रहे थे, श्रीरामपुर, बिहटा ;पटनाद्ध की नौंवीं की छात्राा हंसिका के साथ उसके माता-पिता। लेकिन इस साहसी और होनहार बालिका ने भी ऐसा कुछ कर दिखाया कि अब प्रदेश के शिक्षा मंत्राी कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा ने उसको सम्मानित करने का पैफसला किया है। राज्य सरकार उसको बाल-विवाह निषेध् कानून का स्टेट अंबेसडर बनाने जा रही है। 


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