चमत्कारिक युवक

2018-09-11 0

 हमने संसार में अनेक चमत्कार देखें हैं और वो चमत्कार प्रभु की कृपा से ही होते हैं। ऐसे ही एक चमत्कार की सूचना हमारे किसी मित्र ने दी और हम उसका पता लगाने के लिए हरियाणा के सोनीपत जिला के प्रसिद्ध गुहणा जहां की आबादी 5 हजार घरों के इस विशाल गांव में हम वहां के समाज सेवी श्रीकृष्ण गहलावत से मिले। हमने गहलावत जी के यहां जलपान किया और उन्होंने हमें संक्षेप से एक चमत्कारिक युवक के बारे में बताया कि वो बिजली के नंगी तार को छू लेता है तो उसे करंट नहीं लगता। लेकिन विस्तार से जानने के लिए और उस अद्भुत युवक दीपक से जल्द से जल्द मिलने की इच्छा जागृत हुई और हम श्रीकृष्ण गहलावत के साथ चमत्कारिक युवक श्री दीपक के घर गए। थोड़ा-बहुत तो हम इस युवक के बारे में जान ही चुके थे लेकिन उसके मुख से विस्तार से जानने की इच्छा प्रबल हुई। दीपक ने फिर हमें अपने बारे में विस्तृत जानकारी दी।  

मैं दीपक सुपुत्र श्री सुबाष तथा माता खजानी देवी, उम्र 18 वर्ष, गांव-गुहणा जिला-सोनीपत से सम्बंध रखता हूं। मेरे तीन भाई हैं। आज से 5 साल पहले मेरे पिताजी का स्वर्गवास हो गया। दो साल पहले मैं पानी की मोटर चला रहा था तभी मेरा हाथ बिजली के नंगे तार से छू गया। यह देखकर मुझे हैरानी हुई और फिर मैंने दुबारा नंगे तार को हाथ लगाया। फिर दोबारा भी मुझे करंट नहीं लगा। उसके बाद घर जाकर बार-बार मैं यह प्रक्रिया दोहराता रहा किन्तु कभी भी नंगे बिजली के तार से मुझे करंट नहीं लगा। धीरे-धीरे यह बात मेरे दोस्तों, रिश्तेदारों पूरे गांव तथा पूरे शहर में फैल गयी। 

एक दिन बाल्टी में पानी भरकर बिजली का नंगा तार उसमें डाल दिया फिर अपने हाथ भी पानी में डाल दिया। फिर भी मुझे करंट नहीं लगा। 

दो साल पहले मैंने अपने गांव में ट्रांसफार्मर पकड़ लिया परन्तु इसका असर उल्टा हुआ। मुझे कुछ नहीं हुआ परन्तु ट्रांसफार्मर जल गया। जिसकी वजह से मेरे ऊपर जुर्माना भी हुआ और मेरा काफी नुकसान हुआ। 

ये बातें जोरशोर से पूरे शहर में फैल गई। इसके बाद मीडिया वाले मेरे घर आये और इससे सम्बंधित काफी बातें पूछी। इतना ही नहीं थाईलैंड से आए विदेशी मीडिया वालों ने भी मुझसे हैरंतगेज कारनामे के बारे में जानना चाहा। मैंने उनके सामने 440 बोल्ट का बिजली का नंगा तार पकड़क दिखाया। इस 440 बोल्ट का भी मेरे ऊपर कोई असर नहीं हुआ। सभी देखकर अचंभित थे। मेरी डॉक्टरी भी करवाई गई। फिर गांव वालों ने ऐसा करने से मना कर दिया। मैं बहुत गरीब परिवार से सम्बंध रखता हूं। 

एक बार मुम्बई में इण्डिया गॉट टैलेंट में हिस्सा लेने गया। वहां भी अपने अद्भुत कारनामे का प्रदर्शन किया। परन्तु इंडिया गॉट टैलेंट टीम के मैनेजमेंट ने ऐसा खतरनाक कारनामा शो में दिखाने से मना कर दिया। उन्होंने कहा इतना जखतरनाक कारनामा इस शो में नहीं दिखा सकते। निराश होकर मुझे वहां से वापस आना पड़ा। 

इस तरह से कहीं से मुझे कोई आर्थिक मदद नहीं मिली। सिर्फ मैं मजाक बनकर रह गया हूं। 

मैं बारहवीं कर रहा हूं। मेरे घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। इसलिए अब मैंने खेती-बाड़ी करने का निर्णय लिया है। इस तरह का टैलेंट होते हुए भी मुझे सरकार की तरफ से कोई प्रोत्साहन नहीं मिला है। इससे  मुझे घोर निराशा है। 


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