जनरल नॉलेज

1- हाल ही में ‘ई-सहज’
पोर्टल को किस उद्देश्य के लिए लांच किया गया है?
उत्तर-व्यापार को सुरक्षा क्लीयरेंस हाल ही में केन्द्रीय गृह सचिव
राजीव गौबा ने ‘ई-सहज’ नामक ऑनलाइन पोर्टल को लांच किया, इस पोर्टल का उपयोग व्यापारिक इकाइयों
को सुरक्षा क्लीयरेंस प्रदान करने के लिए किया जायेगा। इस पोर्टल के द्वारा आवेदक
सुरक्षा क्लीयरेंस के लिए ऑनलाइन अपना आवेदन पत्र सबमिट कर सकते हैं और बाद में
उसका स्टेटस भी देख सकते हैं। इसका उपयोग कुछ एक विशिष्ट उद्योगों द्वारा किया
जायेगा, कुछ एक उद्योगों
के लिए लाइसेंस, अनुमति
तथा अनुबंध जारी किये जाते हैं तथा इसके लिए सुरक्षा क्लीयरेंस आवश्यक होती है।
2- मानव तस्करी को रोकने
के लिए किस राज्य ने ‘स्वयंगसिद्ध’ योजना शुरू की है?
उत्तर-पश्चिम बंगाल। पश्चिम बंगाल ने राज्य के विभिन्न जिलों में
मानव तस्करी को रोकने के लिए ‘स्वयंगसिद्ध’ योजना शुरू की है। इस योजना का
उद्देश्य बालक-बालिकाओं को मानव तस्करी तथा बाल-विवाह के बारे में जागरूक करना है, ताकि वे इन चीजों से बच सकें।
स्वयंगसिद्ध का अर्थ ‘आत्मनिर्भर’ होता है। इस योजना का क्रियान्वयन पश्चिम बंगाल
पुलिस द्वारा किया जायेगा। छब्त्ठ द्वारा जारी डाटा के अनुसार मानव तस्करी के सबसे
ज्यादा मामले पश्चिम बंगाल में दर्ज किये गये हैं।
3- भारत ने किस
अंतर्राष्ट्रीय संगठन के साथ मिलकर हरित कृषि प्रोजेक्ट को लांच किया?
उत्तर-खाद्य व कृषि संगठन (FAO) भारत सरकार ने खाद्य व कृषि संगठन
के साथ मिलकर हरित कृषि प्रोजेक्ट लांच किया। इसका उद्देश्य कृषि क्षेत्र में जैव
विविधता व वन संरक्षण के द्वारा कृषि क्षेत्र में परिवर्तन लाना है। इस प्रोजेक्ट
के लिए 33-5 मिलियन डॉलर की फंडिंग ग्लोबल एनवायरनमेंट फैसिलिटी द्वारा प्रदान की
जा रही है। इसका क्रियान्वयन भारत सरकार के कृषि व पर्यावरण मंत्रलय द्वारा किया
जायेगा। इसे पांच राज्यों मध्य प्रदेश, मिजोरम, ओडिशा, राजस्थान और उत्तराखंड में शुरू किया
जायेगा। इस प्रोजेक्ट के तहत कृषि में जैव विविधता, भूमि ”खास, जलवायु
परिवर्तन तथा वन प्रबंधन को मध्य नजर रखकर उत्पादन किया जायेगा।
4- हाल ही में कौन सा देश
कूलिंग एक्शन प्लान पर दस्तावेज तैयार करने वाला पहला देश बना?
उत्तर-भारत विश्व ओजोन दिवस 2018 को केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री डॉ- हर्षवर्धन ने ‘मोंट्रियल प्रोटोकॉल - इंडियाज सक्सेस स्टोरी’ नामक पुस्तक तथा भारत के कूलिंग एक्शन प्लान का मसौदा जारी किया। इसके साथ ही भारत विश्व का ऐसा पहला देश बन गया है जिसने कूलिंग एक्शन प्लान फॉर इस प्रकार के दस्तावेज तैयार कर लिए हैं। इस ड्राफ्रट में विभिन्न सेक्टर्स को कुलिंग आवश्यकताओं के बारे में विस्तृत जानकारी एकत्रित की गयी है, इसमें उन सब गतिविधियों की सूची बनायीं गयी है जिनसे कूलिंग की मांग में कमी की जा सकती है, इससे प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष उत्सर्जन में कमी आएगी। मांट्रियल प्रोटोकॉल एक अंतर्राष्ट्रीय संधि है, इसे ओजोन परत के संरक्षण के लिए बनाया गया था। इस संधि पर 26 अगस्त, 1987 को कनाडा के मोंट्रियल में सहमती प्रकट की गयी थी, यह संधि 26 अगस्त, 1989 से लागू हुई थी। इस संधि के बाद मई, 1989 में हेलसिंकी में एक बैठक का आयोजन किया गया था। इस बैठक में क्लोरो-फ्रलोरो-कार्बन, ब्ज्ब् हेलॉन, मिथाइल ब्रोमाइड, मिथाइल क्लोरोफॉर्म तथा कार्बन-टेट्राक्लोराइड को कम करने पर चर्चा की गयी थे। इस प्रस्ताव के विश्व भर के 197 देशों द्वारा पारित किया गया था। यह संधि काफी सफल भी रही है।
5- स्किल इंडिया प्रोग्राम
के लिए किसे एम्बेसडर बनाया गया है?
उत्तर-वरुण धवन और अनुष्का शर्मा। बॉलीवुड स्टार वरुण धवन और अनुष्का
शर्मा को स्किल इंडिया अभियान का एम्बेसडर बनाया गया, वे इस अभियान का प्रचार-प्रसार करेंगे।
इन दोनों की नयी फिल्म फ्सुई धागा - मेड इन इंडियाय् है, इस फिल्म में भारत के शिल्पकारों तथा
कुशल कारीगरों की कार्यकुशलता को दर्शाया गया है। इस फिल्म में वरुण धवन मौजी नामक
दर्जी का किरदार निभा रहे हैं जबकि अनुष्का शर्मा उनकी पत्नी ममता का किरदार निभा
रही हैं। इस फिल्म का निर्देशन शरत कटारिया द्वारा किया गया है। स्किल इंडिया मिशन
को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 में लांच किया था। इस मिशन के तहत 2022 तक
40 करोड़ लोगों को प्रशिक्षण दिए जाने की योजना है।
6- इसरो ने पहले स्पेस
टेक्नोलॉजी इन्क्यूबेशन सेंटर को किस राज्य में लांच किया?
उत्तर-त्रिपुरा इसरो ने पहला स्पेस टेक्नोलॉजी इन्क्यूबेशन सेंटर को
राष्ट्रीय टेक्नोलॉजी संस्थान (NIT) अगरतला में लांच किया। इस केंद्र को इसरो के
चेयरमैन डॉ- के- वी- सिवान तथा त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने लांच
किया। यह इन्क्यूबेशन सेंटर स्पेसट्रोनिक्स के पहले संस्करण का हिस्सा है। इन्क्यूबेशन
के माध्यम से इसरो स्टार्ट-अप्स के विकास में सहायता करेगा। अगले 6 महीने में इसरो
जालंधर, भुवनेश्वर, नागपुर, इंदौर और तिरुचिरापल्ली में 5 और इन्क्यूबेशन सेंटर शुरू करेगा।
प्रत्येक इन्क्यूबेशन सेंटर को 2 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित किया जायेगा। इन
इन्क्यूबेशन सेंटर की सहायता से स्टार्ट-अप्स इसरो के लिए आवश्यक उपकरण विकसित
करेंगे। इसरो इन स्टार्ट-अप्स को इसरो मागदर्शन प्रदान करेगा।
7- ट्रैक एशिया कप
साइकिलिंग टूर्नामेंट 2018 का आयोजन किस देश द्वारा किया जायेगा?
उत्तर-भारत ट्रैक एशिया कप साइकिलिंग टूर्नामेंट 2018 का आयोजन भारत में 21 से 23 सितम्बर, 2018 के दौरान किया जायेगा। इसकी घोषणा भारतीय साइकिलिंग संघ द्वारा की गयी। यह इवेंट विश्व कप, विश्व चैंपियनशिप और 2020 टोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वालीफाइंग इवेंट के रूप में कार्य करेगा। इस इवेंट में एशिया और ऑस्ट्रेलिया से 150 से अधिक साइकिलिस्ट हिस्सा लेंगे। इस इवेंट में भारत के 17 जूनियर व सीनियर खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। जूनियर टीम का नेतृत्व एसो अल्बेन द्वारा किया जायेगा। एसो ने एशियाई ट्रैक साइकिलिंग चैंपियनशिप में फरवरी, 2018 में 3 स्वर्ण पदक जीते थे।
8- भारत ने उत्तराखंड
वर्कफोर्स विकास परियोजना के लिए किस अंतर्राष्ट्रीय संस्था के लिए 74 मिलियन डॉलर
के ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं?
उत्तर-विश्व बैंक। भारत ने विश्व बैंक के साथ उत्तराखंड वर्कफोर्स
विकास परियोजना (UKWDP) के लिए 74 मिलियन डॉलर की ऋण समझौते पर हस्ताक्षर
किये। इस परियोजना का उद्देश्य औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (ITI) के तहत दिए
जाने वाले प्रशिक्षण की गुणवत्ता में सुधार करना है। इस परियोजना का उद्देश्य
आईटीआई प्रशिक्षण की गुणवत्ता तथा प्रासंगिकता को बढ़ावा देना व कुशल कामगारों की
संख्या में वृद्धि करना है। इस प्रोजेक्ट का ग्रेस पीरियड 5 वर्ष तथा परिपक्वता
पीरियड 17 वर्ष है। इस प्रोजेक्ट की समाप्ति तिथि जून 2023 है।
9- स्वतंत्रता के बाद भारत
की पहली महिला आईएएस अफसर कौन थी जिनका हाल ही में निधन हुआ?
उत्तर-अन्ना राजम मल्होत्र। अन्ना राजम मल्होत्र स्वतंत्रता के बाद
भारत की पहली आईएएस अफसर थीं, उनका
निधन 17 सितम्बर, 2018
को मुंबई में हुआ। उनका जन्म केरल के एर्नाकुलम जिले में जुलाई, 1927 में हुआ था। वे 1951 में सिविल
सेवाओं में शामिल हुई थीं। वे 1982 में दिल्ली में आयोजित एशियाई ऽेलों की
इन-चार्ज थी। देश के पहले कंप्यूटराइज्ड बंदरगाह न्हावाशेवा बनाने में भी उनकी
महत्वपूर्ण भूमिका थी। वे 1996 में सेवानिवृत्त हुई थी। 1989 में उन्हें पप्र भूषण
पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
10- परमाणु उर्जा आयोग का
अध्यक्ष किसे नियुत्तफ़ गया है?
उत्तर-कमलेश नीलकंठ। व्यास प्रतिष्ठित परमाणु वैज्ञानिक कमलेश नीलकंठ व्यास को परमाणु उर्जा विभाग का सचिव तथा परमाणु उर्जा आयोग का चेयरमैन नियुत्तफ़ किया गया है। वे 3 मई, 2021 तक इस पद पर कार्य करेंगे। वे शेऽर बासु की जगह लेंगे। वर्तमान में कमलेश व्यास भाभा परमाणु अनुसन्धान केंद्र (BARC), मुंबई में निदेशक के पद पर कार्यरत्त है। परमाणु उर्जा विभाग का चार्ज प्रधानमंत्री के पास है।