‘टूटी लगाओ-जल बचाओ’

राज्य सरकार के जल संरक्षण अभियान को गति देते हुए गुरुग्राम जिला
में ‘टूटी लगाओ-जल बचाओ‘ के तहत 4 हजार 753 टूटियां लगाई
गई हैं।
गुरुग्राम! राज्य सरकार के जल संरक्षण अभियान को गति देते हुए
गुरुग्राम जिला में ‘टूटी लगाओ-जल बचाओ‘ के तहत 4 हजार 753
टूटियां लगाई गई हैं। ये टूटियां मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्र में गलियों में लगे
सार्वजनिक स्टैंड पोस्ट पर लगाई गई हैं जहां पर टूटी नहीं होने की वजह से पानी
व्यर्थ बहता था।
जिला में पेयजल व्यवस्था व सीवरेज प्रणाली में सुधार की जानकारी देते
हुए उपायुत्तफ़ विनय प्रताप सिंह ने बताया कि जिला के पटौदी व हैलीमंडी कस्बों में
वर्षाे से अधर में लटकी सीवरेज व पेयजल परियोजनाओं को पूरा करके वहां के लोगों को
सुविधाएं पहुंचाई गई है।
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जनस्वास्थ्य अभियंत्रिकी विभाग के हवाले से उपायुत्तफ़ विनय प्रताप
सिंह ने बताया कि पटौदी शहर में 28 किलोमीटर लंबी सीवरेज लाइन तथा 4-50
एमएलडी क्षमता का मल शोधन संयंत्र स्थापित करके चालू कर दिया गया है जिस पर 18-25
करोड़ रूपये की राशि खर्च की गई है। इतना ही नही , हेलीमंडी में
सीवरेज लाइन बिछाने एवं मलशोधन संयंत्र लगाने का कार्य भी प्रगति पर है जिसकी
अनुमानित लागत 18-50 करोड़ रूपये है और अब तक इस कार्य पर 9 करोड़ 41
लाख रूपये की राशि खर्च की जा चुकी है।
राज्य सरकार ने जिला के पटौदी व हैलीमंडी ही नही बल्कि सोहना के
लोगों को पेयजल व सीवरेज व्यवस्था की सौगात भी दी है। सोहना नगरपालिका अपग्रेड
होकर नगर परिषद् बन गई जिसके अधिकार क्षेत्र में शामिल हुए नए क्षेत्रें में
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र नियोजन बोर्ड के अंतर्गत 13-65
करोड़ रूपये की राशि से सीवरेज लाइन बिछाने तथा मलशोधन संयंत्र के सुधारीकरण का
कार्य प्रगति पर है। इसके अलावा, फरुखनगर कस्बे में सीवरेज व्यवस्था मे
सुधारीकरण करते हुए 3 एमएलडी क्षमता का एसटीपी (मलशोधन
संयंत्र) एवं 17-63 किलोमीटर लंबाई की सीवरेज लाइनें बिछाई जा चुकी हैं जिसकी लागत 15
करोड़ 45 लाख रुपये आई है। इसके अलावा, फरुख नगर में 9
करोड़ 97 लाऽ रुपये की लागत से 11-59 किलोमीटर लंबी
सीवरेज लाइन बिछाने का कार्य भी प्रगति पर है।
विभागीय जानकारी अनुसार जिला के ग्रामीण क्षेत्रें मे पिछले चार
सालों में पेयजल आपूर्ति के लिए 89
नलकूप तथा 226 किलोमीटर डीआई पाइप लाइन बिछाई गई है जिस पर 37
करोड़ 75 लाख रुपये की राशि खर्च की गई है। वर्ष 2018-19
में 42 नलकूप एवं 110 किलोमीटर डीआई पाइप लाइन बिछाई जानी
प्रस्तावित है जिसके लिए 39 करोड़ 66 लाख रुपये की
राशि खर्च किए जाने की योजना है। इस परियोजना पर भी कार्य प्रगति पर है। इसके
अलावा, गुरुग्राम जिला उन 23 गांवों, जहां पर भूमिगत
जल पीने योग्य नही है, में
भारत सरकार द्वारा स्वीकृत नेशनल रूरल ड्रिंकिंग वाटर प्रोग्राम
(एनआरडीडब्ल्यूपी) की योजना के तहत कार्य प्रगति पर है जिसमें अब तक 5
करोड़ 18 लाख रुपये की राशि खर्च की जा चुकी है। इस कार्य को 31
मार्च 2020 तक पूरा किये जाने का लक्ष्य है।
उपायुत्तफ़ विनय प्रताप सिंह के अनुसार जिला में जनभावनाओं की अपेक्षा के अनुरूप विकासात्मक परिवर्तन लाने का प्रयास किया जा रहा है। जिला में लोगों को बेहतर जनसुविधाएं मिलें, इसके लिए जनभागीदारी से विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। जहां तक संभव है लोगों से फीडबैक लिया जा रहा है कि जन-सुविधाओं को किस प्रकार और बेहतर ढंग से क्रियान्वित किया जा सकता है।