तीरंदाजी कोच तेजा बन सकते हैं सबसे युवा द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता

2018-10-05 0


राष्ट्रीय तीरंदाजी कंपाउंड टीम के कोच जीवनजोत सिंह तेजा महज 34 साल की उम्र में देश के सबसे युवा द्रोणाचार्य पुरस्कार के विजेता बन सकते हैं। तेजा का नाम इस पुरस्कर के लिए सिफारिश किए गए पांच नामों में शामिल है। तेजा के अलावा इस सूची में एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले त्रिकूद खिलाड़ी अरपिंदर सिंह के कोच एसएस पन्नू, मुक्केबाजी कोच सीए कटप्पा, भारोत्तोलन कोच विजय शर्मा और टेबल टेनिस कोच श्रीनिवास राव का नाम शामिल है।

तेजा 2013 से राष्ट्रीय तीरंदाजी कंपाउंड टीम के कोच हैं। उनकी देख रेख में महिला टीम वर्ल्ड रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंची है। उन्होंने तृषा देब के करियर को संवारने में अहम भूमिका निभाई है, जो दो बार एशियाई चौम्पियन रही हैं। 2010 में कोरियाई कोच ने कहा था कि तृषा तीरंदाज बनने के लिए फिट नहीं है।


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द्रोणाचार्य पुरस्कार जीवन पर्यन्त वर्ग में चार कोचों के नामों की सिफारिश की गई है जिसमें क्लेरेंस लोबो (हॉकी), तारक सिन्हा (क्रिकेट), जीवन कुमार शर्मा (जूडो) और वीआर बीदू (ऐथलेटिक्स) का नाम शामिल है। चयन समिति ने सत्यदेव प्रसाद (तीरंदाजी),भरत छेत्री (हॉकी), बॉबी अलोयुसिअस (एथलेटिक्स) और चौगुले दादू दत्तात्रेय ज(कुश्ती) को ध्यानचंद पुरस्कार देने की सिफारिश की है।

इस चयन समिति की अध्यक्षता पूर्व न्यायाधीश मुकुल मुदगिल ने की। चयन समिति में राष्ट्रमंडल ऽेल के स्वर्ण पदक विजेता पिस्टल निशानेबाज समरेश जंग, शटलर अश्विनी पोनप्पा, पूर्व राष्ट्रीय मुक्केबाजी कोच जी एस संधू, हॉकी कोच एके बंसल और तीरंदाजी कोच संजीव सिंह के अलावा भारतीय खेल प्राधिकरण के विशेष महानिदेशक ओंकार केडिया और सह सचिव (खेल ) इंदर धमिजा शामिल थे। इन सिफारिशों पर अंतिम फैसला खेल मंत्रलय को करना है।


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