तंबाकू की लत-रोकथाम

2019-06-01 0

तंबाकू की आदत और उससे जुड़ी चेतावनियां

ज्यादातर लोग तम्बाकू से हानि की सीमा को नहीं जानते, तब भी जबकि उन्हें कुछ जानकारी हो कि यह स्वास्थ्य के प्रति खतरा है। तम्बाकू कम्पनियां उसे आकर्षक बनाने के लिए पैकेजिंग तथा अन्य विज्ञापनों के रूप में हथकण्डे अपनाती हैं एवं साथ ही साथ तम्बाकू किस प्रकार स्वास्थ्य से खिलवाड़ करती है, इस कटु सत्य से ध्यान भी हटाती हैं। यह तथ्य सिद्ध किया जा चुका है कि पैकेजिंग पर चेतावनी तम्बाकू सेवन के सच्चाई बताने का सस्ता तथा शत्तिफ़शाली तरीका है। तम्बाकू सेवन के नुकसान से सम्बन्धित चेतावनी के चित्र खतरों को बताने तथा,

जैसे कि सेवन छोड़ने या कम करने के लिए व्यावहारिक बदलाव के लिए प्रोत्साहित करने में विशेष रूप से प्रभावी होते हैं। चित्र द्वारा दी गई चेतावनी स्पष्ट एवं त्वरित सन्देश देती है, उन लोगों को भी जो पढ़ नहीं सकते। वे तम्बाकू के पैकेजों की कुल आकर्षण को कम करते हैं - एक ऐसे उत्पाद के लिए महत्वपूर्ण बात जिसके नए उपयोगकर्ता युवा तथा छवि एवं ब्राण्ड के प्रति सचेत होते हैं। इस खतरे के विरुद्ध तथा देशों से कार्यवाही की मांग के जवाब में, विश्व तम्बाकू निषेध दिवस 2009 अभियान निम्न मुख्य सन्देश पर केन्द्रित है। तम्बाकू के पैकेटों पर स्वास्थ्य चेतावनियां जिनमें लिखित तथा चित्रित स्वरूप शामिल हैं, तम्बाकू सेवन से स्वास्थ्य को गम्भीर खतरों के प्रति जनजागरण बढ़ाने तथा तम्बाकू सेवन कम करने के लिए अत्यंत कम खर्चीले व प्रभावी तरीके हैं।

धूम्रपान के दुष्प्रभाव

  • तम्बाकू मृत्यु का प्रमुख कारण है जिसे रोका जा सकता है। प्रति वर्ष पांच लाख से अधिक लोग तम्बाकू के प्रभाव से मरते हैं - एचआईवी/एड्स, मलेरिया एवं क्षयरोग को मिलाकर, उससे मरने वाले की संख्या काफी अधिक है,
  • यही एक वैध उपभोत्तफ़ा उत्पाद है जो मारता है जबकि उसे ठीक उसी तरह इस्तेमाल किया जाए जैसी कि उत्पादक की मंशा हो। धूम्रपान करने वाले आधे लोगों की मृत्यु तम्बाकू से सम्बन्धित रोगों से होती है। निष्क्रिय धूम्रपान उन सभी को प्रभावित करता है जो इसका सामना करते हों।
  • तम्बाकू कम्पनियां नए लोगों को लत लगाने एवं लत वाले लोगों छोड़ने से रोकने के लिए प्रतिवर्ष करोड़ों डॉलर खर्च करती हैं। विज्ञापनों तथा बढ़ावा देने वाले अभियानों के जरिए, जिनमें सावधानी पूर्वक बनाए गए पैकेज के डिजाइन शामिल हैं, तम्बाकू उद्योग उसके उत्पादों के मारक प्रभावों से ध्यान बंटाना जारी रखे  है।
  • विश्व स्वास्थ्य संगठन के फ्रेमवर्क कंवेंशन ऑन टोबैको कंट्रोल के अनुसार दुनियाभर के देश तम्बाकू के पैकेटों पर उससे होने वाले हानि दर्शाये जाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। इस अंतर्राष्ट्रीय सन्धि के अंतर्गत अपने संकल्प को हासिल करने के लिए वे विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा विकसित डच्व्ॅम्त् तकनीकी सहायता पैकेज का इस्तेमाल करते हैं।
  • प्रभावी स्वास्थ्य चेतावनियां, विशेष रूप से वे जिनमें चित्र शामिल हों, से उपयोगकर्ताओं द्वारा इन्हें छोड़ना सिद्ध हुआ है तथा उनका इसके प्रति आकर्षण कम हुआ है जिन्हें अभी इसकी लत न लगी हो। इस तथ्य के बावजूद, 10 में से 9 लोग उन देशों में रहते हैं जहां तम्बाकू के पैकेटों पर चित्रें सहित चेतावनी आवश्यक नहीं है।
  • निकोटिन ऐसा पदार्थ है जिसकी लत लगने की प्रबल सम्भावना होती है। इसके वास्तविक खतरों के प्रति लोगों को चेताने से उनको तम्बाकू की लत लगने से रोकने में गहरी मदद मिलेगी। तम्बाकू के पैकेटों पर चेतावनी की आवश्यकता होना एक आसान, सस्ती एवं प्रभावी रणनीति है जो बड़े पैमाने पर तम्बाकू के उपयोग में कमी ला सकती है तथा जिन्दगी बचा सकती है।  



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