बी-कॉम के क्षेत्र में करियर की संभावनाएं

आजकल व्यापार और वाणिज्य इस कदर हावी है कि हर क्षेत्र में कॉमर्स के
जानकारों की आवश्यकता बनी हुई है। कॉमर्स एक ऐसा विषय है, जो उच्च शिक्षा
में भी छात्रें की सहायता करता है। बैंकिंग, एमबीए, सीए,
टैक्स
कंसल्टेंट, इंवेस्टमेंट कंसल्टेंट जैसी फील्ड में आज भी कॉमर्स स्ट्रीम के
स्टूडेंट्स की संख्या अधिक है। लड़के-लड़कियां बी-कॉम कोर्स कर कई तरह के रोजगार पा
सकते हैं। इस कोर्स को करने के बाद व्यावसायिक क्षेत्र में लड़कियों के लिए असीम
संभावनाएं हैं। ग्लोबलाइजेशन के इस दौर में करियर के अनेक विकल्प उपलब्ध हैं,
पर
इन सभी कोर्सेज के बीच भी इतने सालों से कॉमर्स स्ट्रीम ने न केवल अपना एक अहम
स्थान बना रखा है, बल्कि नए कोर्सेज की राह पर चलने वाले छात्र भी कॉमर्स को ही बेस बना
रहे हैं।
बारहवीं पास कर चुकी लड़कियों के लिए भी कॉमर्स में कई ऐसे कोर्स हैं,
जो
बेहतरीन कैरियर की सौ फीसदी गारंटी देते हैं। ग्लोबल अर्थव्यवस्था के इस दौर में
चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) और कंपनी सेक्रेटरी का महत्व लगातार बढ़ता जा रहा है।
इसकी एक वजह मेडिकल और इंजीनियरिंग जैसे लोकप्रिय विकल्पों की असीमित सीटों के
मुकाबले सीए और सीएस की चुनिंदा सीटों का होना भी है। इसके अलावा पिछले कुछ समय से
इस क्षेत्र में अत्यधिक संभावनाएं बनी हैं।
- चार्टड अकाउंटेंट
पहले यह माना जाता था कि केवल वाणिज्य अथवा एकाउंटेंसी विषय से संबंध रखने वाले विद्यार्थी ही सीए परीक्षा में पास होने की योग्यता रखते हैं। लेकिन अब प्रत्येक विषय के विद्यार्थियों में सीए के प्रति रुचि बढ़ रही है। इंटरमीडिएट या समकक्ष परीक्षा पास करने वाली लड़के-लड़कियां भी चार्टड अकाउंटेंट बनने के लिए इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई)
द्वारा आयोजित परीक्षा द्वारा प्रवेश पा सकते हैं। चार्टड अकाउंटेंट
का काम लेखा तैयार करना, उनकी जांच व सत्यता प्रमाणित करना,
प्रबंधकों
को समय-समय पर सलाह देना, बजट टैक्स तथा अंतिम खाते तैयार करना
आदि है। सीए का लाइसेंस प्राप्त करने के बाद निजी प्रैक्टिस भी की जा सकती है। इस
तरह सीए एक फर्म के तौर पर भी कार्य करता है। उनकी छोटी सी प्रैक्टिस फर्म ढेरों
अन्य प्रकार के रोजगार भी पैदा करती है, जिससे अन्य युवा वर्ग को रोजगार मिलता
है।
- कंपनी सेक्रेटरी
बदलते परिवेश में कंपनी सचिव के पद को कंपनियों में प्रिंसिपल ऑफिसर
के रूप में मान्यता दी गई है। इस रूप में वह कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स,
शेयर
होल्डर्स और सरकारी एजेंसियों के बीच की प्रमुख कड़ी होता है। कंपनियों में वह
व्यवसाय प्रबंधक के रूप में भी काम करता है। वह कंपनी के वैधानिक कागजातों की
देखभाल भी करता है। कंपनी सेक्रेटरी बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स को समय-समय पर
महत्वूपर्ण सुझाव भी देता है। कंपनी के सेक्रेटेरियल, विधि, अकाउंट्स
तथा प्रशासनिक विभागों की जिम्मेदारी भी कंपनी सचिव के ऊपर होती है। पब्लिक सेक्टर
की कंपनियों में भी सेक्रेटरी को उसके कार्यों के महत्व के मद्देनजर कंपनी की धुरी
कहा जा सकता है। प्रिंसिपल ऑफिसर के रूप में वह कंपनी, बोर्ड ऑफ
डायरेक्टर्स, शेयर होल्डर्स और गवर्नमेंट व रेगुलेटरी एजेंसियों के बीच महत्वपूर्ण
भूमिका अदा करता है। एक क्वालीफाइड सीए को सिर्फ प्राइवेट व पब्लिक सेक्टर,
वित्तीय
संस्थानों, स्टॉक एक्सचेंजों में ही नहीं, बल्कि केंद्र व
विभिन्न राज्य सरकारों में भी काम करने का अवसर प्राप्त होता है।
अन्य विकल्प
ट्रैवल एंड टूरिज्म मैनेजमेंट
कुछ चुने हुए विश्वविद्यालयों में ट्रैवल एंड टूरिज्म मैनेजमेंट की
पढ़ाई होती है। इसमें डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्सेज उपलब्ध हैं। यह कोर्स लड़कियां
भी कर सकती हैं और अपना भविष्य उज्जवल बना सकती हैं।
मैटीरियल मैनेजमेंट
इसका दूसरा नाम स्टोर मैनेजमेंट है। उपलब्ध संसाधनों का सर्वाेत्तम
इस्तेमाल मैटीरियल मैनेजमेंट का मुख्य लक्ष्य है। बढ़ती प्रतियोगिता के कारण लागत
को कम करना आज कंपनियों की मजबूरी बन गई है। इस लक्ष्य को मैटीरियल मैनेजमेंट के
माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है।
सेल्स मार्केटिंग
मार्केटिंग और बिक्री के क्षेत्र में भी बारहवीं के बाद कई कोर्स
उपलब्ध हैं। बढ़ते उपभोत्तफ़ा बाजार के कारण इस क्षेत्र में लोगों की खासी मांग है।
जिस तरह रिटेल सेक्टर में कॉमर्स बैकग्राउंड के प्रोफेशनल्स की खासी डिमांड है,
उसी
तरह मार्केटिंग और सेल्स प्रोफेशन में भी कॉमर्स फील्ड की मांग निरन्तर बढ़ रही है।
लड़कियां अपने लिए इस क्षेत्र में भी रोजगार की संभावना तलाश सकती हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में जिस तरह से मैनेजमेंट की मांग बढ़ रही है, इससे कॉमर्स वालों के लिए अवसर अधिक संख्या में हैं। लड़कियां सहजता से इस क्षेत्र में काम कर सकती हैं। इस क्षेत्र में रोजगार उन्हें पद, प्रतिष्ठा एवं पैसा सब कुछ प्रदान करने में सक्षम है।