बुढ़ापे में आपका घर बनेगा आपका सहारा, ऐसी स्कीम जो दिलाएगी आपको पेंशन---

2019-09-01 0


गर आप भी उनमें से हैं जिनका बुढ़ापे में कोई सहारा नहीं है या फिर बच्चे आपकी आर्थिक रूप से मदद नहीं करते तो आपको परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। दरअसल सरकार ने सीनियर सिटिजन की मदद के लिए अनेक योजनाएं शुरू की हैं।

मालूम हो कि इनमें से ही एक रिवर्स मॉरगेज है। बता दें कि रिवर्स मॉरगेज को अगर साधारण शब्दों में समझाएं तो यह ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें आप अपने मॉरगेज (गिरवी) घर में रहते हैं और संबंधित बैंक से अपने जीवन-यापन के लिए एक निश्चित राशि नियमित अवधि पर पाते रहते हैं। मालूम हो कि ऋण लेने वाले व्यत्तिफ़ की मौत के बाद यह संपत्ति बैंक की हो जाती है।

रिवर्स मॉरगेज स्कीम को इस तरह समझें

बैंकों की रिवर्स मॉरगेज स्कीम 60 वर्ष से अधिक उम्र के व्यत्तिफ़यों के लिए है जो उनको नियमित इनकम का विकल्प देती है। बता दें कि इस स्कीम को लेने के लिए पहली शर्त है खुद का घर होना चाहिए। इस स्कीम के तहत बैंक घर के ओनर को रेजीडेंसियल प्रॉपर्टी अगेंस्ट के तहत हर माह एक तय रकम देता है। इसके बदले में रेजीडेंसियल प्रॉपर्टी बैंक के पास गिरवी रहती है।

आपके घर का क्या होगा

मालूम हो कि इस स्कीम के तहत मालिक को बैंक को यह पैसा वापस नहीं करना होता है। हालांकि बैंक रेजीडेंसियल प्रॉपर्टी गिरवी रखने पर हर माह कितना पैसा देगा, यह प्रॉपर्टी की कीमत पर निर्भर करता है। इसके अलावा मालिक अपने घर में रह सकता है।

बता दें कि रिवर्स मॉरगेज स्कीम के तहत अपना घर गिरवी रखने वाले व्यत्तिफ़ की मृत्यु के बाद घर बैंक का हो जाता है। हालांकि अगर उस व्यत्तिफ़ के परिवार वाले चाहें तो बैंक को घर की कीमत चुका कर घर खरीद सकते हैं।

ये है इसकी कुछ खास बातें

बता दें कि इस स्कीम को लेने के लिए वरिष्ठ नागरिकों की कम से कम 60 वर्ष आयु होनी चाहिए।

मालूम हो कि 72 साल की उम्र से ज्यादा वरिष्ठ नागरिकों को पीएनबी ये स्कीम नहीं देती।

दरअसल आप चाहें तो आपनी प्रापर्टी किसी के नाम कर सकते हैं, लेकिन बैंक से दस्तावेज तभी मुक्क्त होंगे जब सामने वाला व्यत्तिफ़ बैंक को पूरी राशि लौटा देगा। इस स्कीम में ब्याज दर में बदलाव होते रहते हैं अभी 14% ब्याज दर है।

इसके अलावा बैंकों में यह स्कीम न के बराबर ही लोग लेते हैं। जानकारी के लिए बता दें कि सीनियर सिटिजन्स को इसकी जानकारी नहीं होती या फिर उनका परिवार के लोग खर्च चलाते हैं इसलिए सीनियर सिटिजन्स इस प्लान को नहीं लेते।

रिवर्स मॉर्गेज स्कीम का 15 साल तक ले सकते हैं लाभ

वह भारतीय जिसकी उम्र 60 वर्ष है इस स्कीम का फायदा ले सकता है। दरअसल इसके लिए बैंक में अपना घर गिरवी रखने के लिए आवेदन देना होता है। बता दें कि अगर पति और पत्नी मिलकर स्कीम आवेदन करते हैं तो पत्नीे की उम्र कम से कम 58 साल होनी चाहिए। मालूम हो कि इसके तहत बैंक 10 से 15 साल के लिए आवेदक को हर माह एक तय रकम देता है।

किसके लिए होगा फायदेमंद

जिनकेे पास रिटायरमेंट के बाद अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए इनकम का कोई स्रोत नहीं है और उसके परिवार में कोई नहीं है। या अगर है भी तो कोई मदद नहीं कर रहा है तो उनके लिए ये स्कीम बेहद काम की हो सकती है।



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