हरियाणा में भाजपा द्वारा ‘रामराज’ लाने का संकल्प

2019-11-01 0

हरियाणा की भाजपा सरकार ने चुनावी परीक्षा में बैठने से पहले जनता के साथ 248 ऐसे वादे किए, जिन्हें बिना संसाधन और वित्तीय दिक्कतों के आसानी से पूरा किया जा सकेगा। भाजपा ने अपने इन वादों को चुनावी घोषणाओं के बजाय प्रदेश की जनता के प्रति संकल्प का नाम दिया है। भाजपा इस संकल्प के जरिये हरियाणा को ऐसा राज्य बनाना चाहती है, जिसकी परिकल्पना राम राज्य के रूप में होती है।

भाजपा ने 25 पेज के संकल्प पत्र में ऐसे हरियाणा की तस्वीर पेश की, जिसमें न तो कोई गरीब हो, न बीमार और न ही बेरोजगार। इन वादों को पूरा करने में धन की कमी आड़े नहीं आएगी। कांग्रेस ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में एक लाख 26 हजार करोड़ रुपये के वादे किए थे, लेकिन भाजपा को पांच साल में अपने तमाम वादों को पूरा करने में मात्र 32 हजार करोड़ रुपये खर्च करने पड़ेंगे।

भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा , मुख्यमंत्री मनोहर लाल, केंद्रीय प्रभारी मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, हरियाणा भाजपा के प्रभारी डॉ। अनिल जैन, प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला, केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत, केंद्रीय राज्य मंत्री रतनलाल कटारिया, चुनाव घोषणा पत्र कमेटी के संयोजक ओमप्रकाश धखनड़ और कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने संयुत्तफ़ रूप से अपनी पार्टी का चुनाव घोषणा पत्र जारी किया। इसे म्हारे सपनों का हरियाणा नाम दिया गया है।

भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में गांव, गरीब, किसान और खेती पर खास फोकस रखा है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने तमाम ऐसी घोषणाएं करने से परहेज रखा, जो मुफ्रत पर आधारित हैं। भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में ऐसी किसी योजना का प्रलोभन देने की कोशिश नहीं की, जिसका लाभ फ्री में मिलता हो।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कांग्रेस व इनेलो द्वारा की गई ऐसी तमाम घोषणाओं का जिक्र करते हुए कटाक्ष किया कि किसानों का कर्जमाफ समस्या का समाधान नहीं बल्कि भाजपा उन्हें कमाऊ और टिकाऊ बनाना चाहती है। भाजपा ने हालांकि अपने संकल्प पत्र की शुरुआत ही किसानों की समस्याओं के समाधान के संकल्प के साथ की है।

2014 में किए 154 वादे, 10 इस बार होंगे पूरे 

भाजपा ने 2014 के चुनाव में प्रदेश की जनता से 154 वादे किए थे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल का दावा है कि भाजपा ने इसमें से 144 वादे पूरे कर दिए हैं। पढ़ी लिखी  पंचायतें, ऑनलाइन तबादला नीति और जिला परिषदों को अधिकार ऐसे काम हैं, जिन्हें वादों की श्रेणी में शामिल नहीं किया गया। फिर भी यह काम हुए। 10-11 काम ऐसे हैं, जो तकनीकी, कानूनी व ढांचागत कारणों से पूरा नहीं हुए, जिन्हें भाजपा ने 2019 के संकल्प पत्र में शामिल किया है। एसवाईएल नहर का निर्माण तथा 24 घंटे बिजली इसके दो बड़े उदाहरण हैं।

नौ सदस्य, 31 समूह, 15 मैराथन बैठकें और 170 लाख सुझाव

भाजपा ने अपनी पार्टी का चुनाव घोषणा पत्र 31 अलग-अलग समूहों से बातचीत कर तैयार किया है। चुनाव घोषणा पत्र कमेटी के संयोजक ओमप्रकाश धनखड़ के मुताबिक 90 हलकों में 18 रथ भेजकर सुझाव इकट्ठा किए गए। कुल 1 लाख70 हजार सुझाव आए। नौ सदस्यीय कमेटी की 15 मैराथन बैठकें हुई। विधायकों व सांसदों के सुझाव अलग से लिए गए। 15 चैप्टर में कुल 248 वादे किए, जो पिछली बार से 94 ज्यादा हैं।

मुख पत्र - योजनाओं को लटकाते, भटकाते और अटकाते नहीं

भाजपा के चुनाव घोषणा पत्र पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल की फोटो है। अमित शाह, जेपी नड्डा , डॉ। अनिल जैन, नरेंद्र सिंह तोमर, भूपेंद्र सिंह और सुभाष बराला को भी मुखपत्र पर टॉप में जगह मिली है। संकल्प पत्र पर लिखा है कि हम सबका ख्याल रखते हैं। हम योजनाओं को अटकाते, भटकाते और लटकाते नहीं। हम नई व्यवस्थाएं बनाते हैं। उनका लाभ अंतिम व्यत्तिफ़ तक पहुंचाते हैं।

मनोहर के नवरत्न ने तैयार किया चुनाव संकल्प पत्र

भाजपा का संकल्प पत्र प्रारूप तैयार करने वाली समिति के मुखिया कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ हैं। उनकी टीम में चौ- वेदपाल, सीएम के पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन, सांसद बृजेंद्र सिंह, मंत्री कृष्ण पंवार, रामचंद्र जांगड़ा, पूर्व

विधायक रणबीर गंगवा, नीरा तोमर और गार्गी कक्कड़ शामिल रहे। इनमें चौ। वेदपाल पूंडरी, राजीव जैन की पत्नी कविता जैन सोनीपत, बृजेंद्र सिंह की माता प्रेमलता उचाना, कृष्ण पंवार इसराना से चुनाव लड़ रहे। 



मासिक-पत्रिका

अन्य ख़बरें

न्यूज़ लेटर प्राप्त करें