भाई-बहन का प्यार रक्षाबंधन

2018-08-20 0

भाई-बहन का प्यार रक्षाबंधन

रक्षा बंधन भाई-बहन के बीच के प्यार को बढाता है। हर भाई का यह कर्तव्य है की वह अपनी बहन की रक्षा करे। बहन भी राखी के दिन अपने भाई के अच्छे, सफल और सुरक्षित भविष्य की कामना करती है। भाई भी अपनी बहन की हर परिस्थिति में रक्षा करने का वचन देता है। इससे एक स्वस्थ पारिवारिक रिश्ते का निर्माण होता है।

त्यौहार परिवार में प्यार और खुशियाँ बढ़ाने के लिये मनाये जाते हैं। राखी का त्यौहार भी ऐसे ही त्योहारों में से एक है। यह भाई और बहन के रिश्ते का त्यौहार है। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार श्रावण मास में पूर्ण चंद्रमा की रात को राखी पूर्णिमा मनाई जाती है। इस दिन भाई और बहन दोनों नये कपडे पहनते हंै। राखी बांधने के बाद भाई अपनी बहन को उपहार (गिफ्ट) भी देता है।

यह एक ऐसा त्यौहार जिसका ज्यादातर संबंध भारत के उत्तर और पश्चिमी क्षेत्रों से है लेकिन देश के सभी राज्यों में इस त्यौहार को बहुत से समुदाय के लोग ख़ुशी से मनाते है। धार्मिक त्यौहार भले ही अलग-अलग मनाये जाते हों लेकिन रक्षा बंधन का त्यौहार पूरे देश में एक साथ मनाया जाता है। यह त्यौहार हिन्दुओं में आम त्यौहार की ही तरह है। हिन्दू के अलावा इसे सिक्ख, जैन और दूसरे समुदाय के लोग भी ख़ुशी से मनाते हैं। रक्षा बंधन को भारत के सभी राज्यों में अलग-अलग नाम से जानते हैं, अलग-अलग समुदाय के लोग इसे अलग-अलग नाम से मनाते हैं। दक्षिणी और उत्तरी क्षेत्रों में इसे अलग तरह से मनाया जाता है। उत्तरी और उत्तरी-पश्चिमी भारत में राखी के त्यौहार को बड़े जोश और उत्साह के साथ मनाया जाता है।

पश्चिमी घाटों में और गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा और कर्नाटक के भी कुछ भागों में इसे पूर्ण चंद्रमा के रात की नारियल पूर्णिमा कहा जाता है। झारखण्ड, बिहार, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में रक्षा बंधन को श्रावणी या कजरी पूर्णिमा भी कहते हैं। किसानों, महिलाओं और जिन्हें संतान है उनके लिये रक्षाबंधन एक महत्वपूर्ण त्यौहार है। रक्षाबंधन के दिन को गुजरात में पवित्रोपना के नाम से मनाया जाता है। रक्षाबंधन के दिन लोग भगवान शिव की विशाल पूजा अर्चना भी करते हैं। परंपराओं के अनुसार इस दिन बहन दिया लगाकर, रोली, चावल और राखी से पूजा की थाली तैयार करती है। वह भगवान की पूजा करती है और अपने भैया के हाथों (कलाई) पर राखी बाँधती है। भाई भी राखी बंधाने के बाद बहन को उसकी सुरक्षा का वचन देता है और अपनी तरफ  से उसे कोई उपहार देता है।

बहुत से शहरों में मेला लगता है, जहाँ सुंदर-सुंदर राखियाँ बेची जाती हैं। महिलायें और लडकियाँ मेले में जाती हैं और अपने भाइयों के लिये पसंदीदा राखी खरीदती है। कुछ लडकियाँ अपने भाइयों के लिये घर पर ही अपने हाथों से राखी बनाती हैं। राखी के दिन महिलायें और लडकियाँ सुबह जल्दी उठती हैं और लजीज खाना और स्वादिष्ट पकवान बनाना शुरू करती है और अपने भाइयों के लिये पसंदीदा खाना बनाती है। इसी तरह से इस त्यौहार को पूरे देश में सभी समुदाय के लोग मनाते हैं। रक्षाबंधन के त्यौहार पर कोई बड़े जश्न का आयोजन करता है तो कोई घर में ही इस त्यौहार को मनाते हैं। असल में देखा जाये तो रक्षा बंधन उत्तर भारत का त्यौहार है लेकिन इसके महत्त्व को देखते हुए पूरे भारत में लोग इसे अपनी इच्छानुसार मनाते हंै। भारत में मनाये जाने वाले दूसरे त्योहारों की तरह ही रक्षाबंधन भी बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। इस तरह से राखी का त्यौहार भाई-बहन के बीच के रिश्ते को और मजबूत बनाता है।



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