ट्रैफिक रूल तोड़ा तो Whatsapp पर मिलेगा नोटिस
वाहन पंजीकरण या ड्राइविंग लाइसेंस बनवाते समय दिया गया पता या मोबाइल नम्बर बदल गया है तो उसे अपडेट कराने के लिए परिवहन विभाग का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। जल्द ही घर बैठे वाहन व सारथी सॉफ्रटवेयर के जरिए उसे अपडेट किया जा सकेगा।
दिल्ली परिवहन विभाग की ओर से शुक्रवार को एनआईसी (नेशनल इंफार्मेशन सेंटर) को वाहन और सारथी सॉफ्रटवेयर में मोबाइल नम्बर व पता अपडेट कराने के लिए विकल्प उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। बैठक में परिवहन अधिकारियों ने बताया कि विभाग यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर औसतन हर साल दो लाख वाहनों को अलग-अलग कारणों से नोटिस जारी करता है। 2015 में विशेष अभियान के दौरान परिवहन विभाग ने छह लाख वाहनों को स्पीड पोस्ट के जरिए नोटिस भेजा। इसमें 35 फीसदी नोटिस गलत पते के कारण विभाग के पास वापस आ गए। बैठक में मौजूद विशेष आयुक्त परिवहन (ऑपरेशन) दिल्ली टैªफिक पुलिस अधिकारियों ने फैसला लिया कि वाहन सॉफ्रटवेयर में वाहन के पंजीकरण प्रमाणपत्र (आरसी) और सारथी में ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल) में मोबाइल नंबर और पता अपडेट कराने की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। डीएल और आरसी में बदलाव करने पर ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) अनिवार्य किया जाए। इससे डीएल धारकों व वाहन स्वामी का वास्तविक मोबाइल नंबर विभाग के पास आ सके।
परिवहन विभाग ह्नाट्सएप पर भी नोटिस भेजेगा
डीएल धारकों व वाहन स्वामियों को यातायात उल्लंघन करने पर परिवहन विभाग ह्नाट्सएप पर भी नोटिस भेजेगा। वरिष्ठ परिवहन अधिकारियों के मुताबिक मोबाइल नंबर अपडेट करने की सुविधा शुरू होने के बाद जिस मोबाइल नंबर पर ह्नाट्सएप चल रहा होगा उन्हें उस पर भी नोटिस भेजा जाएगा। यही नहीं दिल्ली टैªफिक पुलिस को कहा गया है कि वह जिसका भी चालान कर रहे हैं उनके मोबाइल नंबर जरूर चालान में लिखें। वर्तमान में यह पता बदलने की प्रक्रिया वर्तमान में भी आरसी व डीएल में पता बदलने की सुविधा है। मगर यह पूरी प्रक्रिया डुप्लीकेट आरसी व डीएल जारी कराने जैसा ही है। डीएल पर पता बदलने पर नया डीएल जारी होने पर 380 रुपए और आरसी में पता बदलने पर 550 रुपए लगता है। इसके अलावा अगर आपने पता बदल लिया है, और पता बदलने के एक माह बाद आवेदन करते हैं तो आपको प्रतिमाह जुर्माना भी देना होता है। प्रतिमाह यह जुर्माना आरसी पर 550 रुपए और डीएल पर 380 रुपए लगता है।
क्या है वाहन और सारथी सॉफ्टवेयर
वाहन सॉफ्रटवेयर पर आरटीओ ऑफिस में वाहनों के पंजीकरण सम्बंधित सभी तरह के काम होते हैं। पूरे देश में इस समय इसी सॉफ्रटवेयर पर काम हो रहा है। नए वाहन का पंजीकरण हो, वाहन बेचने पर दूसरे नाम के नाम हस्तांतरण हो, आरसी में किसी भी तरह का बदलाव हो सभी काम इसी वाहन सॉफ्रटवेयर पर होगा। डीएल के लिए पूरे देश में इसी का इस्तेमाल हो रहा है।