ऐसे पूरा करें विदेश में पढ़ाई का सपना, नहीं होगी कोई भी प्रॉब्लम

2019-06-01 0

अक्सर स्टूडेंट्स की इच्छा होती है कि वह विदेश में जाकर पढ़ाई करे, लेकिन कई बार जानकारी या पैसे के अभाव में वह अपना सपना पूरा नहीं कर पाते हैं। राजेश भारती आपको कुछ ऐसे टिप्स दे रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप विदेश में पढ़ाई करने के सपने को पूरा कर सकते हैं।

9वीं क्लास से शुरू कर दें प्लानिंग

विदेश जाकर पढ़ाई करने की प्लानिंग आपको काफी पहले से करनी होगी। ऐसा करने से आपको आगे चलकर किसी परेशानी का सामना नहीं करना होगा। जरूरी है कि आप यह प्लानिंग 9वीं क्लास से ही शुरू कर दें, ताकि आपको प्लानिंग का पर्याप्त समय मिल सके और पैसे की परेशानी भी न आए।

चूक से बचने के लिए सही मेंटर जरूरी

विदेश में जाने की प्रक्रिया के दौरान कई बार छोटी-छोटी चूक हो जाती हैं। इन चूकों से बचने के लिए सही मेंटर की जरूरत होती है। सोशल मीडिया पर विदेशी यूनिवर्सिटीज में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स से बात करके या फिर अन्य जगहों पर काउंसलिंग सेशन अटेंड करके हमें काफी अहम जानकारियां मिल सकती हैं।

सोचकर चुनें कोर्स

विदेश में पढ़ाई करने के दौरान कोर्स के सिलेक्शन को लेकर स्टूडेंट्स काफी असमंजस में होते हैं। आज के दौर में इंटरनेट की हेल्प लेने से आपको इस संबंध में काफी दिक्कत पेश नहीं आएगी। इसलिए कोशिश करें कि इस संबंध में पूरी जानकारी पहले ही इकट्ठा कर लें।

किस देश में जाएं

आप किस देश में पढ़ाई करना चाहते हैं, इसका सिलेक्शन भी पहले ही कर लें। दरअसल, हर देश में पढ़ने के दौरान रहने और वीजा वगैरह के नियम अलग-अलग होते हैं। इसलिए इन्हें समय पर जान लेना और ठीक से समझना जरूरी है। ऐसे में आपको कोर्स, यूनिवर्सिटी और बजट के हिसाब से यह तय कर लेना चाहिए कि किस देश में पढ़ने जाना है और बाद में भविष्य की राह कैसे निर्धारित करनी है।

स्कॉलरशिप प्रोग्राम्स करेंगे काफी मदद

विदेश जाकर पढ़ना काफी खर्चीला होता है। ऐसे में तरह-तरह के स्कॉलरशिप प्रोग्राम्स आपकी मदद कर सकते हैं। साथ ही बैंक भी एजुकेशनल या पर्सनल लोन्स की सुविधा देते हैं। स्कॉलरशिप के लिए दूसरी वेबसाइट भी चेक करें।

पसंद के कॉलेज के लिए देना होता है टेस्ट 

विदेश में अपनी पसंद के कॉलेज में ऐडमिशन लेने के लिए स्टूडेंट्स को टेस्ट देना होता है। ज्यादादर टॉप कॉलेज में बिजनेस, कानून और अन्य एमएस प्रोग्राम कोर्सेस में पढ़ाई करने के लिए जीआरई टेस्ट देने होंगे। ग्रैजुएशन प्रोग्राम में बिजनेस मैनेजमेंट की पढ़ाई के लिए GMAT देना होता है। वहीं सभी इंटरनैशनल स्टूडेंट्स को ऐडमिशन लेने के लिए TOEFL और IELTS टेस्ट देने होते हैं। ग्रेजुएशन कोर्सेज में अप्लाई करने के लिए SAT और ACT टेस्ट देने होते हैं।

ये हैं यूनिवर्सिटी

अमेरिका

हॉवर्ड यूनिवर्सिटी, येल यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया

एजुकेशन फीसः लगभग 4-5 लाख रुपए सालाना।

ब्रिटेन

ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटीऑफ कैंब्रिज, किंग्सटन यूनिवर्सिटी

एजुकेशन फीसः लगभग 8 लाख रुपए सालाना।

ऑस्ट्रेलिया

ऑस्ट्रेलियन नैशनल यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ मेलबर्न, यूनिवर्सिटी ऑफ सिडनी

एजुकेशन फीसः लगभग 55 हजार रुपए सालाना।

न्यूजीलैंड

यूनिवर्सिटी ऑफ ऑकलैंड, यूनिवर्सिटी ऑफ ओटैगो, मैसी यूनिवर्सिटी

एजुकेशन फीसः लगभग 9 लाख रुपए सालाना।

चीन

यूनिवर्सिटी ऑफ हॉन्ग कॉन्ग, हॉन्ग कॉन्ग यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस ऐंड टेक्नोलॉजी, चाइनीज यूनिवर्सिटी ऑफ हॉन्ग कॉन्ग

एजुकेशन फीसः लगभग 1 लाख रुपए सालाना।

(कोर्स के अनुसार फीस ज्यादा भी हो सकती है।)



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