इंसान के व्यवहार पर असर डाल रहे सोशल मीडिया चैनल

2020-02-01 0

मौजूदा समय में सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव से शायद ही कोई अनजान हो। सोशल मीडिया इंसान के निजी जीवन से लेकर सामाजिक और आर्थिक जीवन में भी अहम किरदार अदा करने लगा है। सोशल मीडिया से कैसे इंसान का व्यवहार बदलता है और कैसे उसको बिजनेस एवं करियर के अवसर में बदला जा सकता है।

सोशल मीडिया इंसान के व्यवहार को बदलने वाले प्लेटपफॉर्म के तौर पर उभर रहा है। इसका सही उपयोग भी किया जा सकता है और दुरुपयोग भी संभव है। किसी के बारे में गलत छवि बनाने, चुनाव गलत तरीके से जीतने आदि में भी सोशल मीडिया चैनल खासतौर पर ट्विटर अहम भूमिका निभा सकता है। अमेरिका का साल 2016 में हुआ राष्ट्रपति चुनाव इसका स्पष्ट उदाहरण है। दूसरी तरपफ ट्विटर ने अहम सामाजिक मुद्दों को भी उठाने में भी अपनी उपयोगिता साबित की है। जैसे कि रुडमज्वव मूवमेंट को सोशल मीडिया से कापफी ताकत मिली है।

बिजनेस में कैसे अहम भूमिका निभाता है सोशल मीडिया?

सोशल मीडिया पर रोजाना बड़ी संख्या में टेक्स्ट डेटा जेनरेट होता है। कंपनियां इन डेटा का इस्तेमाल उपभोत्तफाओं के व्यवहार का अध्ययन करने के लिए करती हैं। इनका विश्लेषण किया जाता है और विश्लेषण की कई तकनीकों का इस्तेमाल करके कंपनियां और संगठन अपने लक्षित ग्राहक, उनके व्यवहार, उत्पाद आदि के बारे में जानकारी जुटाते हैं। सोशल मीडिया से जमा हुए डेटा का विश्लेषण करने वाली तकनीकों में सेंटिमेंट ऐनालिसिस, टॉपिक मॉडलिंग, स्टॉक मार्केट की भविष्यवाणी, ग्राहकों पर प्रभाव, न्यू ऐनालिटिक्स, सोशल नेटवर्क ऐनालिसिस, कस्टमर सर्विस आदि अहम हैं। उदाहरण के लिए सेंटिमेंट ऐनालिसिस का इस्तेमाल करके उपभोत्तफाओं के व्यवहार के बारे में कीमती जानकारी जुटाई जाती है। उदाहरण के लिए अगर आप किसी उत्पाद के बारे में नेगेटिव बात करते हैं तो दूसरे भावी ग्राहक उससे दूर भाग जाएंगे। इसका संबंध्ति उत्पाद और कंपनी पर बुरा असर पड़ेगा। इसी तरह से टॉपिक मॉडलिंग है। टॉपिक मॉडलिंग में सोशल मीडिया से उन टॉपिक का डेटा जुटाया जाता है, जिन पर सोशल मीडिया में चर्चा हो रही है। इसकी मदद से यह पता लगाया जाता है कि लोग सोशल मीडिया पर किस चीज के बारे में बात कर रहे हैं। पिफर कंपनियां और संगठन उस हिसाब से अपनी रणनीति बनाते हैं।


मार्केटिंग के लिए ट्विटर का इस्तेमाल?

मैं जिन रिसर्च प्रॉजेक्ट पर काम कर रहा हूं, उनमें से एक में बिजनस टू बिजनस के संदर्भ में ट्विटर के इस्तेमाल का अध्ययन करने से संबंध्ति है। इस स्टडी में इन्पफर्मेशन और इनोवेशन की क्राउडसोर्सिंग के बारे में अध्ययन किया जाता है। इसमें यूरोप के छोटे और लघु उद्योगों द्वारा पोस्ट किए गए ट्वीट में जिन टॉपिकों पर चर्चा किया गया होता है, उनका विश्लेषण किया जाता है। इस विश्लेषण से पता चलता है कि इन्पफर्मेशन और इनोवेशन के लिए किन टॉपिक पर चर्चा हो रही है। 



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