कपड़ा मार्केट में तेजी किन्तु सावधानी के साथ व्यापार करें

2020-02-01 0


सूरत में दैनिक साढ़े तीन करोड़ मीटर कपड़े का उत्पादन होता है। देश की आवश्यकता का 80% पोलिएस्टर कपड़े का उत्पादन अकेले सूरत शहर में होता है। देश के शीर्ष कपड़ा मार्केट में गणना होते सूरत कपड़ा मार्केट में पिछले कुछ समय से चैंकाने वाली धोखाधड़ी की घटनाओं में अचानक विर्धि हुई है। व्यापारी संगठनों और कपड़ा मार्केट में मैनेजमेंट द्वारा मार्केट के प्रांगण में चीटर लोगों से सावधन करने वाले बोर्ड और पोस्टर लगाने की नौबत आयी है। स्थान पर ठगी के साथ आनलाइन ठगी की घटनाओं में भी तेजी से विर्धि हुई है।

नोटबंदी के बाद जीएसटी के अमलीकरण के कारण व्यापार मंद हुआ है। शहर की अन्नपूर्णा मार्केट के कपड़े के व्यापारी गुलशन सचदेवा का कहना है कि जीएसटी के अमलीकरण के बाद से व्यापार सरल होगा, ऐसी आशा पर चीटर लोगों ने पानी पफेर दिया है। उल्टे जीएसटी लागू होने के बाद से बाजार में चीटर तत्व का उपद्रव बढ़ा है। एक तरपफ बाजार में व्यापारियों को वित्तीय संकट का प्रश्न है। चीटरगैंग निश्चित इरादे से व्यापारियों को अपनी जाल में पफंसाते है। शुरू-शुरू में एक से दो खरीदी के आर्डर की रकम का भुगतान समय पर करते हैं। उसके बाद इरादतन व्यापारियों को बड़ा आर्डर देते हैं। चीटरगैंग इरादतन कुछ माल की रकम का भुगतान कर अधिकतम माल की रकम चुकाने में आनाकानी करते हैं। व्यापारी धेखा करने वाले व्यत्तिफ का इरादा समझे उससे पहले चीटरगैंग बाजार से पलायन हो जाते हैं। चीटरगैंग के इरादापूर्वक बोगस व्यापार के कारण संपूर्ण मार्केट का माहौल बिगड़ा है। वीवर्स से लेकर व्यापारी तक सभी परेशान हैं।

मार्केट में व्यापारियों के आर्थिक हालत और धोखोधड़ी की हाल की घटनाओं के बारे में बात करते हुए अन्नपूर्णा मार्केट के कपड़ा व्यापारी कपिल सचदेवा ने बताया की अनजान लोगों के साथ व्यापार करो तो धोखोधड़ीकी घटनाएं होती है। इन घटनाओं पर नियंत्राण नहीं किया जा सका ऐसे में आनलाइन की धोखोधड़ी की घटनाओं ने बाजार का माहौल बिगाड़ दिया है। पिछले कुछ समय से आनलाइन धोखोधड़ी की घटनाओं में वृद्धि हुई है। यूट्यूब, पफेशबुक, इंस्टाग्राम सहित सोशल मीडिया प्लेटपफार्म में भ्रामक विज्ञापनों के कारण चीटरगैंग बेकाबू हुई है। इस गैंग को नियंत्राण में लाने के लिए सघन प्रयास करने की जरूरत है। सूरत कपड़ा मार्केट का कपड़े के व्यापार के लिए देशभर में शीर्ष स्थान है, लेकिन धोखोधड़ी की घटनाओं के कारण मार्केट की प्रतिष्ठा को धक्का पहुंच रहा है। साथ ही बाजार में व्यापारियों में भी अविश्वास का माहौल उत्पन्न हुआ है।

उल्लेखनीय है कि बाजार में व्यापारियों के इरादतन दिवालिएपन पर नियंत्राण लाने के लिए व्यापारी संगठनों द्वारा मार्केट क्षेत्रा में पुलिस स्टेशन शुरू करने की मांग की गयी थी। मार्केट क्षेत्रा में पूर्ण दर्जे का पुलिस स्टेशन तो नहीं खुला, लेकिन व्यापारियों के प्रश्नों के समाधन के लिए पुलिस चैकी शुरू कर दी गयी है। पुलिस चैकी शुरू होने के बाद भी बाजार में गठरी चोरी का आतंक और चीटरगैंग के बोगस व्यापार पर नियंत्राण नहीं लाया जा सका। 



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