घर खरीदने के लिए सबसे बढ़िया समय

2018-08-01 0

घर खरीदने के लिए सबसे बढ़िया समय

प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) जैसी सरकार की फ्लैगशिप योजनाएं और कई अन्य बातों ने सेक्टर में जान फ़ूंकने का काम किया है। इनमें किफ़ायती हाउसिंग को इंफ्रास्ट्रक्चर का दर्जा देना, सस्ते घरों के निर्माण के लिए डेवलपर्स के मुनाफ़े पर 100 फ़ीसदी टैक्स छूट, रियल एस्टेट (विनियमन और विकास) अधिनियम, 2016 का कार्यान्वयन और पहली बार घर खरीद रहे लोगों को सब्सिडी इत्यादि शामिल हैं।

कैसे होगा घर खरीदारों को फ़ायदा?

हाल में ब्याज दरों में मामूली बढ़ोत्तरी जरूर हुई है। हालांकि, 2011-12 की तुलना में अभी भी ये काफ़ी कम हैं। 30 लाख रुपए तक के होम लोन के लिए एचडीएफ़सी की मौजूदा ब्याज दरें 8-55 फ़ीसदी महिलाओं  के लिए 8-50 फ़ीसदी सेक्शन 24बी के तहत ग्राहक को होम लोन के ब्याज के भुगतान पर दो लाख रुपए तक टैक्स डिडक्शन का लाभ मिलता है। इसी तरह लोन के मूलधन के भुगतान पर सेक्शन 80सी के अंतर्गत डेढ़ लाख रुपए तक डिडक्शन का फ़ायदा प्राप्त होता है। इसके अतिरिक्त अगर किसी ने पीएमएवाई के तहत लोन लिया है, तो उसे 2-30 लाख से 267 लाख रुपए के बीच सब्सिडी का लाभ मिलता है। इससे लोन पर प्रभावी ब्याजदर घटकर 4 फ़ीसदी रह जाती है। यह वाकई में असाधारण है।

प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए 3,000 करोड़ मंजूर: एनएचबी

लोगों को घर खरीदने पर होम लोन के ब्याज में छूट देने वाली प्रधानमंत्री  आवास योजना PMAY को पंख लगेंगे। इस योजना के लिए करीब 3,018 करोड़ रुपए जारी कर दिये गये हैं। नेशनल हाउसिंग बैंक (NHB) के एमडी और सीईओ श्रीराम कल्याण रमन ने यह जानकारी दी।

पीएमएवाई में ऐसे लोगों को होम लोन के ब्याज में छूट दी जाती है जो पहली बार अपना घर खरीदते हैं। इसे क्रेडिटलिंक्ड सब्सिडी स्कीम भी कहा जाता है। इस स्कीम का फ़ायदा कमजोर आय वर्ग, मध्यम आय वर्ग के साथ उच्च-मध्यम आय वर्ग के लोग उठा सकते हैं।

म्यूचुअल फंड का लम्बा साथ आपको देगा बड़ा फायदा

उद्योग चौंबर एसोचौम के एक कार्यक्रम में एनएचबी के प्रमुख ने कहा, श्श्पीएमवाई के लिए एनएचबी ने 140,943 इकाइयों के लिए 3,018 करोड़ रुपए जारी कर दिये हैं। ईडब्लूएस/एलआईजी स्कीम के लिए 2,436 करोड़ रुपए जारी किए गये हैं जबकि 582 करोड़ रुपए एमआईजी स्कीम के लिए जारी किए गए हैं।्य्य उन्होंने इस स्कीम के लिए अब तक जारी की गई रकम को किसी स्कीम के लिए जारी की गई सबसे ज्यादा रकम बताई। पीएमएवाई में बदलाव की मांग के बारे में उन्होंने कहा कि सरकार और एनएचबी किसी तरह के सुझाव पर विचार करने के लिए तैयार हैं।

74 फ़ीसदी घर खरीदार रैरा की ताकत से अनजान

बिल्डर से घर खरीद रहे हैं तो यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण है। क्या आपको पता है कि इस बात की जांच करना जरूरी है कि प्रोजेक्ट रियल स्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी द्धरेराऋ के पास पंजीकृत है या नहीं? देश के करीब 74 फ़ीसदी घर खरीदार इस बात से अनजान हैं। मैजिक र्ब्रिक्स की रिपोर्ट से इस बात का पता चलता है।

रिपोर्ट कहती है कि इन तीन-चौथाई लोगों को इस बात की भी जानकारी नहीं है कि रेरा की वेबसाइट पर इसकी जांच कैसे करनी है। मैजिक ब्रिक्स ने इसका पता लगाने के लिए एक सर्वे किया था। सर्वे में कहा गया है कि रियल स्टेट रेगुलेटर एक्ट द्धरेराऋ उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करने के मकसद से बनाया गया है। इससे रियल स्टेट ट्रांजैक्शन में पारदर्शिता आएगी, लेकिन इसके बारे में घर खरीदारों की जानकारी के आंकड़े वाकई निराशाजनक हैं।

मैजिक ब्रिक्स के संपादकीय व सलाह प्रमुख ई- जय श्री कुरूप ने कहा कि कुछ राज्यों में सरकार ने तत्परता से काम किया है। इनमें वेबसाइट के बारे में जमीनी स्तर पर जानकारी पहुंचाई जा रही है। चूंकि बड़ी संख्या में राज्यों ने अभी तक कानून पर अपने स्तर से काम नहीं किया है, इसलिए उपभोक्ताओं की जागरूकता कम है।

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